अनुराग रमोला को कला के क्षेत्र में उत्कृष्ठ योगदान के लिए मिला उत्तराखंड गौरव रत्न अवॉर्ड-2022
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देहरादून। केंद्रीय विद्यालय ओएनजीसी के छात्र अनुराग रमोला की पेंटिग का हर कोई मुरीद है। कम उम्र में अपनी कलाकारी से अनुराग अब तक 300 से अधिक राष्ट्रीय पुरस्कार हासिल कर चुके हैं। एक बार फिर अनुराग रमोला की प्रतिभा का सम्मान राष्ट्रीय स्तर पर हुआ है। नई दिल्ली के डिप्टी स्पीकर हॉल कन्स्टीस्यून क्लब ऑफ इंडिया में विश्व सेवा परिषद द्वारा आयोजित सम्मान समारोह में अनुराग को उत्तराखंड गौरव रत्न अवॉर्ड-2022 से नवाजा गया। यह सम्मान मास्टर अनुराग रमोला को कला के क्षेत्र में उत्कृष्ठ योगदान के लिए दिया गया। अनुराग रमोला अब तक 300 से ज्यादा पुरस्कार प्राप्त कर चुके हैं। उनका नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड के साथ-साथ इंडिया बुक ऑफ रिकार्ड में भी दर्ज हो चुका है। अनुराग प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से राष्ट्रीय बाल पुरस्कार प्राप्त कर चुके हैं। प्रधानमंत्री मोदी भी अनुराग की पेंटिग की तारीफ कर चुके हैं। अनुराग की इस उपलब्धि पर केन्द्रीय विधालय ओएनजीसी के प्रधानाचार्य, उपप्रधानाचार्य व शिक्षकों द्वारा शुभकामनाएं व बदाई दी गई।
अनुराग के स्कूल में खुशी का माहौल
अनुराग के स्कूल केंद्रीय विद्यालय ओएनजीसी में भी खुशी का माहौल है। शिक्षकों ने कहा कि अनुराग बेहद प्रतिभाशाली हैं। कला एवं संस्कृति संरक्षण को लेकर उनकी सोच व नजरिया प्रभावित करने वाला है।
पीएम मोदी कर चुके हैं राष्ट्रीय बाल पुरस्कार से सम्मानित
केंद्रीय विद्यालय ओएनजीसी के छात्र अनुराग रमोला को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार अवार्ड से नवाजा है। कला और संस्कृति में पेंटिंग के लिए अनुराग का नाम इस अवार्ड के लिए चयनित किया गया था। अनुराग ने पर्यावरण के खतरे को लेकर पेंटिंग बनाई थी।
टिहरी गढ़वाल के रहने वाले हैं अनुराग
अनुराग मूल रूप से रमोला मूल रूप से उत्तराखंड के टिहरी जिले के प्रतापनगर के रहने वाले हैं। वर्तमान में वह परिवार के साथ देहरादून के चंदर नगर में रहते हैं। अनुराग के पिता चौत सिंह नगर निगम में कार्यरत हैं, जबकि मां सुनीता रमोला गृहणी हैं।
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