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मध्यप्रदेश में लोगों ने प्रसिद्ध धार्मिक स्थलों के दर्शन कर नए साल का किया आगाज 

मध्यप्रदेश। लोगों ने प्रसिद्ध धार्मिक स्थलों के दर्शन कर नए साल का आगाज किया। आस्था के पावन धामों पर भक्तों का जमकर सैलाब उमड़ा, जिसने बीते वर्षों के रिकॉर्ड तोड़ दिए। ज्योतिर्लिंग महाकालेश्वर, ओंकारेश्वर से लेकर मैहर स्थित प्रसिद्ध शक्तिपीठ में लाखों की संख्या में भक्त पहुंचे और भगवान का दर्शन कर नए साल की शुरुआत की। आइए आपको बताते हैं, नए साल के मौके पर कहां कितने श्रद्धालु पहुंचे।बाबा महाकाल के दर पर यूं तो सालभर भक्तों का मेला लगा रहता है। यहां रहने वाले लोग अपने दिन की शुरुआत बाबा महाकाल के दर्शनों के साथ ही करते हैं, तो फिर ऐसे में वह नव वर्ष का आगाज बिना बाबा के दर्शन के कैसे कर सकते हैं। महाकालेश्वर में नए साल के मौके पर करीब 6.5 लाख दर्शनार्थियों के दर्शन पहुंचने का दावा किया जा रहा है। 31 दिसंबर के दिन महाकाल मंदिर में पैर रखने की जगह नहीं थी, तो वहीं एक जनवरी को 31 दिसंबर से भी ज्यादा भक्तों ने बाबा के दरबार में हाजिरी लगाई। सुबह भस्म आरती से लेकर देर रात कर भक्त बाबा के दर्शन करने के लिए उमड़ते रहे।

मंदिर प्रशासन ने भारी भीड़ को देखते हुए सिर्फ 40 मिनिट में भक्तों को दर्शन कराने की व्यवस्था की थी, तो वहीं गर्भगृह और नंदी हॉल में पांच जनवरी तक के लिए प्रवेश पर रोक लगाई है। भस्म आरती के लिए होने वाली बुकिंग 13 जनवरी तक के लिए फुल हो चुकी है। महाकाल लोक बनने के बाद यहां पहुंचने वाले भक्तों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है।

इंदौरवासी हर शुभ काम की शुरुआत खजराना गणेश के दर से ही करते हैं। रविवार को नए साल का आगाज भी इंदौर के लोगों ने बप्पा के दर्शनों के साथ किया। खजराना गणेश के दर पर सिर्फ इंदौर ही नहीं बल्कि मध्यप्रदेश के अन्य जिलों और प्रदेश के पड़ोसी राज्यों से भी भक्त पहुंचे थे। नए साल पर खजराना गणेश के दर पर करीब 5 लाख भक्तों ने माथा टेका। इस साल खजराना गणेश के दर्शनों के लिए रिकॉर्ड तोड़ भक्त पहुंचे। मंदिर प्रशासन की तरफ से दर्शन के लिए खास व्यवस्था की गई थी। वहीं इंदौर पुलिस प्रशासन ने भी जाम से निपटने की व्यवस्था की थी, लेकिन लाखों की तादात में भक्तों के पहुंचने के चलते खजराना चौराहे पर घंटों तक लंबा जाम लगा रहा। लोग वाहन किनारे पर पार्क कर पैदल ही खजराना गणेश के दर्शनों के लिए पहुंचते रहे।

कोरोना काल के दो साल के बाद इस साल लोगों ने उत्साह के साथ नए साल का आगाज किया। मध्यप्रदेश में दो ज्योतिर्लिंग हैं। महाकालेश्वर के अलावा ओंकारेश्वर धाम में भी नए साल के मौके पर लाखों की संख्या में भक्त पहुंचे और भगवान शिव का आशीर्वाद लिया। यहां करीब ढाई लाख श्रद्धालुओं के पहुंचने की बात कही जा रही है। मंदिर के गर्भगृह में प्रवेश के लिए दर्शनार्थियों को दो रास्तों से प्रवेश दिया जा रहा था। भक्तों की संख्या को देखते हुए मंदिर में सुरक्षा की पुख्ता व्यवस्था की गई थी, बड़ी संख्या में पुलिस के जवान तैनात रहे। वहीं कड़ाके की ठंड के बावजूद नर्मदा घाटों पर श्रद्धालु स्नान करने पहुंचे थे।महाकाल मंदिर, खजराना गणेश ओंकारेश्वर के अलावा प्रदेश के कई अन्य छोटे बड़े मंदिरों में भी हजारों की संख्या में भक्त पहुंचे। सतना जिले में स्थित प्रसिद्ध शक्तिपीठ मैहर में करीब एक लाख भक्तों ने नए साल के दिन मां शारदा के दर्शनों का लाभ लिया। दर्शनार्थी दर्शन की आस में सुबह से ही मंदिर के बाहर लंबी कतार लगाए खड़े रहे। करीब एक हजार सीढियां चढ़कर भक्त यहां माता का आशीष लेने पहुंचे।

सीहोर के कुबेरेश्वर धाम में भी नए साल पर दिनभर आस्था का सैलाब उमड़ा। रविवार को करीब 2.5 लाख भक्तों ने कुबेरेश्वर धाम में हाजिरी लगाई और महादेव का आशीर्वाद लिया। छतरपुर जिले के प्रसिद्ध बागेश्वर धाम में भी नए साल के दिन ऐसा ही आलम रहा। हजारों की संख्या में भक्त मंदिर पहुंचे और बागेश्वर स्थित हनुमान मंदिर का दर्शन कर नए साल की मंगलमयी शुरुआत की। बुंदेलखंड के प्रसिद्ध तीर्थस्थल जटाशंकर धाम में भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु नए साल के मौके पर दर्शन करने पहुंचे। यहां मेले का आयोजन भी किया गया था।

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