लाॅकडाउन बाद होटल नौकरी छोड़ीकन, पंवार भाईयू न अपर घर मा लगायी पत्तळ बणाणा मशीन
लाॅकडाउन दौरान उत्तराखण्ड रैवासी जू होटल या होर जगह काम कना छ्याायी, उस सब्ब लाॅकडाउन बाद घर ऐ गीन, उंक काम बंद हूण से उंकी आर्थिकी पर येकू सीध असर पड़न शुरू ह्वे ग्यायी। अजों प्रवासी लोग कुछ गाॅव मा रैकन ही रोजगार साधन ढूढणा छन, जबकि बौत से रैवासी इन भी छन जू कोरोना सामान्य स्थिति हूण इंतजार कना छन। उत्तराखण्ड टिहरी जिला मा सबसे ज्यादा लोग होटलियर छन,होटल व्यवसाय मा लाॅकडाउन बाद मंदी आण से सब्बी लोग गौं ऐ गीन, अब उंक समणी रोजी रोटी समस्या आण शुरू ह्वे ग्यायी।
यनी टिहरी जौनपुर सांवली गाॅव रैवासी मनवीर पंवार न बतै कि छ्वटू उम्र मा नौकरी कना बाबत घर बिटी चली गे छ्यायी, वैक बाद कभी दिल्ली, चण्डीगढ, चेन्नई, आन्ध्रप्रदेश, बैगलूर मा होटल नौकरी करी। वैक बाद जब चीन अर देश मा कोरोना दस्तक दीण शुरू करी त कम्पनी सब्बी कर्मचारियू बाबत ब्वाल कि अगर क्वी घर जाणा इच्छुक छ, त उ अपर घर जै सक्दिन, बस हम लोग होली टैम पर घर ऐ गे छ्यायी। चार मैना तकन घर मा ही रवां, लेकिन ये बीच अपर स्वरोजगार बाबत कई योजना बणैन, मन मा ठाणी ले छ्यायी कि अब होटल मा धक्का नी खाण बल्कण अपर काम धंधा अपर घर मा रैकन कन।
मनवीर पंवार न बतै कि भुला बलवीर पंवार दगड़ी जब यीं बात चर्चा करी तब उन भी सहयोग दीण बात ब्वाल अर दगड़ मा काम कना बाबत सहमति बणी ग्यायी। वैक बाद हमुन गाॅव मा पत्तल बणाणा मशीन लाणा पर विचार करी। गाजियाबाद बिटी मशीन लेकन अवां अर एक हप्ता पैल मशीन लगये ग्यायी, अर काम शुरू ह्वे ग्यायी। उन बतै कि यी मशीन से प्लास्टिक अर थर्माकाॅल पत्तल ना बल्कण रद््दी कागज से पत्तळ बणाणा छवां, यी इको फ्रेडली छन, यूं से पर्यावरण तै क्वी नुकसान नी हूण ह्वाळ।
उन या बात भी ब्वाल कि या मशीन एक बार मा 01 से चार क्वेंटल अर पूर दिन मा 7-8 घंटा काम कनमा सक्षम छ, शुरू मा हम खपत हिसाब से कम ही पत्तळ बणाणा छवां। हमर प्रयास छ कि हम स्थानीय बाजार मा अपर पत्तळों तै पहुॅचे सको। उन यी भी ब्वाल कि नै युवा पीढी तै नौकरी जगह मा अगर उ अपर रोजगार पर ध्यान द्याव त नौकरी से ज्यादा कमै सक्दिन, जथगा मेहनत हम कंपनी अर होटल मालिकौं बाबत करदा, उथगा अफुकुणी करों त हम भी एक सफल छुट मुट बिजनीस तै संभाळी सकदो।