शिक्षिका प्रेमलता सजवाण द्वारा रचित “मंजरी” नामक हिंदी उपन्यास का लोकार्पण
शिक्षिका प्रेमलता सजवाण द्वारा रचित “मंजरी” नामक हिंदी उपन्यास का लोकार्पण
साहित्य समाज का दर्पण होता है, समाज मे होने वाले घटनाक्रम और परिवर्तनों को जब कोई लेखक अनुभव करता है तो उसे वह अपनी कलम से शब्दों के रूप में उकेर कर समाज के सामने रखता है, उपन्यास समय के अनुरूप लिखे जाने वाले वह दर्पण होता है, जिसमे तात्कालिक समाज का चेहरा दिखाई पड़ता है। ऐसे ही आज साहित्य जगत के लिये एक नए उपन्यास का लोकार्पण प्रिंस हनी रेस्टोरेंट, हरिद्वार रोड़ नजदीक रिस्पना पुल में किया गया। उपन्यास का लेखन शिक्षिका श्रीमती प्रेमलता सजवाण द्वारा किया गया है। “मंजरी” नामक उपन्यास स्त्री विमर्श पर आधारित है, इसमे स्त्री के जीवन, उसके धैर्य, उसकी सहनशीलता, सृजनात्मक, आदि पर विस्तृत रूप से रेखांकन किया गया है।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि अशोक कुमार, महानिदेशक पुलिस, उत्तराखण्ड, विशिष्ट अतिथि शशी चौधरी, अपर निदेशक सीमेंट, कार्यक्रम की अध्यक्षता लोकेश नवानी ,अध्यक्ष धाद संस्था, सानिध्य पयाश पोखड़ा, वरिष्ठ साहित्यकार एवं उपन्यास की समीक्षा बीना कंडारी द्वारा किया गया। कार्यक्रम का कुशल संचालन बीना बेंजवाल द्वारा किया गया।
कार्यक्रम में उपस्थित सदस्य श्री रमाकांत बेंजवाल, शांति प्रकाश जिज्ञाशू, श्री वीरेन डंगवाल पार्थ, श्री कुलदीप कंडारी, श्रीमती शांति अमोली बिंजोला, श्रीमती मधुर वादिनी तिवारी, श्रीमती अंजना कंडवाल नैना, श्रीमती सम्पति नेगी, श्री सुनील नेगी, अन्य साहित्यकार एवं वरिष्ठ जन उपस्थित रहे।