श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल में साढ़े तीन वर्षीय बच्चे की दूरबीन विधि से की जटिल थोरेसिक सर्जरी

श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल में साढ़े तीन वर्षीय बच्चे की दूरबीन विधि से की जटिल थोरेसिक सर्जरी

ऑपरेशन के बाद बच्ची स्वच्थ, डिस्चार्ज किया, ढ़ाई घण्टे तक चला ऑपरेशन

देहरादून। श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल के शिशु शल्य चिकित्सक डॉ मधुकर मलेठा ने साढ़े तीन वर्षीय बच्ची की छाती की गांठ की सफल सर्जरी की। सफल सर्जरी में बच्ची की छाती मेे फेफड़ों के पास से टैनिस बॉल आकार की गांठ को निकाला गया। सर्जरी के बाद बच्ची स्वस्थ है व बच्ची को अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया है। श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल के चेयरमैन श्रीमहंत देवेन्द्र दास महाराज ने डॉक्टरों व मेडिकल टीम को सफल ऑपरेशन पर बधाई दी।वरिष्ठ शिशु शल्य चिकित्सक डॉ मधुकर मलेठा ने जानकारी दी कि बालावाला देहरादून निवासी साढ़े तीन वर्षीय बच्ची को BRONCHOGENIC CYST नामक बीमारी की शिकायत थी।
मेडिकल साइंस में इस बीमारी को BRONCHOGENIC CYST भी कहते हैं। इस बीमारी के कारण टेनिस बॉल के बराबर एक गांठ बच्ची की छाती फेफड़ों के पास में उभर आई थी।  गांठ की वजह से बच्ची की सांस की नली पर भारी दबाव पड़ रहा था। इस वजह से बच्ची को सांस लेने में तकलीफ हो रही थी। बच्ची को चलते समय सांस फूलना व खाना खाने के दौरान उल्टी की शिकायत रहती थी। सिस्ट दिल, मुख्य रक्त वाहनियों और खाने की नली के बेहद पास उभरी हुई थी। इस कारण यह ऑपरेशन बेहद जटिल और चुनौतीपूर्णं था। ढ़ाई घण्टे तक चले ऑपरेशन में दूरबीन विधि से सफलतापूर्वक सर्जरी की गई। सफल सर्जरी के बाद बच्ची स्वस्थ है व उसे अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है।
ऑपरेशन को सफल बनाने में एनेस्थीसिया विभाग से डॉ सौरभ वार्ष्णेय, डॉ तुषार, कैलसन, रतना, श्रीति, बबीता और अमित का विशेष सहयोग रहा। श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल मे  उत्कृष्ट  व अत्याधुनिक पीडियाट्रिक आई.सी.यू. सुविधाओ के कारण इस प्रकार के जटिल ऑपरेशनों के उपरांत बच्चो के पूर्णरूप से स्वस्थ होने की संभावनाएं काफी बढ जाती है।

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