बच्चों का मन पढ़ाई में लगाने के लिए अपनाएं ये 5 टिप्स
बच्चों को संभालना बिल्कुल भी आसान नहीं है। माता-पिता के रूप में आपको बच्चों की परवरिश के लिए बहुत ही धैर्य की जरूरत होती है, खासकर जब उन्हें कुछ पढ़ाने या सिखाने की बात आती है। ऐसा इसलिए क्योंकि बच्चों का दिमाग आमतौर पर भटकता रहता है, जिसकी वजह से आपको उन्हें पढ़ाने के लिए दिलचस्प तरीके तलाशने की जरूरत होती है। आइए आज हम आपको बच्चों का मन पढ़ाई में लगाने के पांच तरीके बताते हैं।
बच्चों के साथ बैठें और पढ़ाई को मजेदार बनाएं
पेरेंट्स अपने बच्चों को पढ़ाते समय सख्त हो जाते हैं और उन्हें डांटने लगते हैं, जिसकी वजह से उनमें डर पैदा हो जाता है और वह पढ़ाई से बचने की कोशिश करने लगते हैं। इसकी वजह से कुछ बच्चे शिक्षा में रुचि भी खो देते हैं। ऐसे में आपको बच्चों के साथ बैठकर उन्हें पढ़ाई के लिए प्यार से प्रेरित करना चाहिए। इसके अलावा आप अपना आपा खोए बिना पढ़ाई के समय को मजेदार और आकर्षक बनाने की कोशिश करें।
बच्चों का मनोबल बढ़ाने का प्रयास करें
बच्चों का पढ़ाई में मनोबल बढ़ाने का मतलब यह बिल्कुल नहीं है कि आप उन्हें महंगी चीजें उपहार में दें। इसकी बजाय आप पीठ थपथपाकर, चॉकलेट देकर या कार्टून के लिए आधे घंटे का अतिरिक्त समय देकर भी उन्हें खुश कर सकते हैं और पढ़ाई में उन्हें अच्छा प्रदर्शन करने के लिए प्रेरित कर सकते हैं। इसके अलावा बच्चों की छोटी-छोटी उपलब्धियों को स्वीकार करें, उनकी तारीफ करें और उनकी सराहना करें। इससे वह पढ़ाई करने में रुचि दिखाएंगे।
बच्चों को सवाल पूछने के लिए प्रोत्साहित करें
पढ़ाई करने के दौरान अपने बच्चे को सवाल पूछने के लिए प्रोत्साहित करें, फिर चाहें वह आम से सवाल ही क्यों न हों। पेरेंट्स होने के नाते बच्चों के सवालों को जज किए बिना उनकी जिज्ञासा को संतुष्ट करने के लिए सही जवाब दें। इसके साथ ही अपने बच्चों से स्कूल में रोजाना पढ़ाए जाने वाले विषयों के बारे में पूछें, ताकि उनकी सतर्कता बढ़ सके। इसके अलावा बच्चों का आत्मविश्वास बढ़ाने के लिए उनकी राय को भी सुनें।
बच्चे को अधिक पढऩे के लिए प्रोत्साहित करें
जो बच्चे पढऩा पसंद करते हैं, उनमें अक्सर पढ़ाई के प्रति रुचि विकसित हो जाती है, इसलिए उन्हें रोजाना ज्यादा पढऩे के लिए प्रोत्साहित करें और बच्चों में अच्छी आदत डालने की कोशिश करें। इसके लिए आप कभी-कभी उन्हें किताब पढक़र भी सुना सकते हैं, ताकि बच्चों की कल्पना शक्ति को बढ़ाया जा सके और पढऩे और सीखने के लिए उनकी इच्छा विकसित की जा सके। इसके लिए आप रोजाना एक घंटा अलग निकाल सकते हैं।
पढ़ाई का सही माहौल बनाएं
पेरेंट्स के रूप में बच्चे की पढ़ाई के लिए सही माहौल बनाना बहुत महत्वपूर्ण है। ऐसा इसलिए क्योंकि यह उन्हें बगैर किसी बाधा या परेशानी के पढ़ाई करने के लिए ध्यान केंद्रित करने में मदद कर सकता है। इसके लिए इस बात पर ध्यान दें कि पढ़ाई वाली जगह पर कोई भाई-बहन खेल या टीवी नहीं देख रहे हों, ताकि आपके बच्चे का मन अन्य चीजों से न भटके।