गंगा भोगपुर विंध्यवासिनी ऑल वेदर रोड़ समिति ने यमकेश्वर विधायक रेनू बिष्ट से की वार्ता

गंगा भोगपुर विंध्यवासिनी ऑल वेदर रोड़ समिति ने यमकेश्वर विधायक रेनू बिष्ट से की वार्ता

यमकेश्वर। यमकेश्वर तालेश्वर विन्ध्यवासनी घाटी के क्षेत्रीय निवासियों ने गंगा भोगपुर विन्ध्यवासनी ऑलवेदर सड़क के संबंध में यमकेश्वर विधायक रेनू बिष्ट से वार्ता की। बता दें कि कुछ दिन पूर्व क्षेत्रीय निवासियों द्वारा विन्ध्यवासनी सामुदायिक केन्द्र में इस महत्वर्पूर्ण सड़क के निर्माण के संबंध में एक बैठक का आयोजन किया गया था। तालेश्वर विन्ध्यवासनी घाटी में स्थायी सड़क नहीं होने के कारण बहुत क्षेत्रीय निवासी सम्पर्क से कट जाते हैं, बरसात के चार माह तो यह क्षेत्र ताल और त्याड़ो नदी के उफान पर होने के कारण पूरी तरह से चारों ओर सम्पर्कहीन हो जाता है। स्थानीय निवासियों द्वारा मॉग की जा रही है, साल के बारह महीनों में यहॉ के लिए ऑलवेदर सड़क का निर्माण किया जाय। अतः गंगाभोगपुर से विन्ध्यवासनी तक ऑलवेदर सड़क निर्माण किये जाने के संबंध में स्थानीय निवासियों का प्रतिनिधि मण्डल यमकेश्वर विधायक रेनू बिष्ट से मुलाकात कर उक्त सड़क निर्माण के संबंध में वार्ता की।

प्रतिनिधि मण्डल के सदस्य सत्यपाल रावत ने स्थानीय विधायक को अवगत कराया कि उक्त सड़क निर्माण से क्षेत्र और पार्क में कार्यरत कार्मिकों को काफी सुविधा हो जायेगी। पार्क और वन कर्मचारी जान जोखिम में डालकर वहॉ बरसात में काम करते हैं, साथ ही विगत बरसात में पूरा क्षेत्र आपदा प्रभावित था, कई दिन तक स्थानीय निवासियों को बहुत विकट परिस्थितियों का सामना करना पड़ा। सड़क नहीं होने से बुकण्डी निवासी एक युवा को अपनी जान तक गवॉनी पड़ी।

लगभग एक माह तक क्षेत्र चारों ओर सम्पर्क से कट जाने से यहॉ पर खाने तक के लाले पड़ गये, घरों में स्थानीय दुकानों में भण्डार की गयी राशन समाप्त हो गयी, और क्षेत्र में भुखमरी की स्थिति पैदा हो गयी। हरीश कण्डवाल ने बताया कि यह सड़क वर्ष 1951 से कौड़िया कण्डरह वन मार्ग के नाम से जानी जाती है, यह क्षेत्र की ऐतिहासिक सड़क है, इस सड़क के निर्माण होने से लगभग पूरे यमकेश्वर क्षेत्र को सुविधा हो जायेगी, और नीलकंठ क्षेत्र को एक वैकल्पिक मार्ग भी मिल जायेगा। वहीं एस पी जोशी और राजपाल सिंह धमान्दा ने कहा कि यदि यह सड़क बन जाती है तो क्षेत्र के लिए यह वरदान साबित होगी।

यमकेश्वर विधायक रेनू बिष्ट ने कहा कि मैं भी क्षेत्रीय विषय परिस्थितियों से वाकिफ हॅू, और बरसात में यह मामला मेरे संज्ञान में है। मैं अपने स्तर से इस संवेदशील मामले को वन्य बोर्ड के सामने रखूॅगी और इस सड़क के निर्माण किस प्रकार से हो इसके लिए सभी तकनीकि और प्रशासनिक राय लेकर जो विकल्प सर्वाधिक उपयुक्त होगा उस पर आगे कार्यवाही की जायेगी। उन्होंने कहा कि मैं स्वंय इस मामले में अपने स्तर से शासन प्रशासन से वार्ता कर इसके निर्माण के लिस सभी स्तर का प्रयास करूॅगी।

प्रतिनिधि मण्डल में सत्यपाल रावत, राजपाल सिंह धमान्दा, गबर सिंह असवाल, मुकेश जोशी, एस0पी जोशी, नीरज कुकरेती, परमिन्दर रावत, अंजना कण्डवाल, आदि लोग उपस्थित रहे।

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