बेटी की जिद पूरी करने के लिए चोर बन गए माता- पिता, जानिए यह हैरान करने वाला पूरा मामला 

बेटी की जिद पूरी करने के लिए चोर बन गए माता- पिता, जानिए यह हैरान करने वाला पूरा मामला 
दिल्ली- एनसीआर। बेटी की जिद पूरी करने के लिए माता-पिता द्वारा एक बच्चे को अगवा करने का मामला सामने आया है। एक वर्ष पूर्व भाई की मौत के बाद 15 वर्षीय बेटी इस बार रक्षाबंधन पर भाई को राखी बांधने की जिद पर अड़ी थी। इसे पूरा करने के लिए दंपती ने कोतवाली के छत्ता रेल फुटपाथ पर रहने वाली एक दिव्यांग महिला के एक माह के बेटे का अपहरण कर लिया। शिकायत मिलने के बाद पुलिस ने आस पास के इलाके में लगे सैकड़ों सीसीटीवी कैमरे की जांच की। बाइक के आधे-अधूरे नंबर के जरिए पुलिस ने बाइक सवार आरोपी दंपती की तलाश शुरू की और दोनों को रघुवीर नगर, टैगोर गार्डन से गिरफ्तार कर लिया। इनके कब्जे से पुलिस ने बच्चे को सकुशल बरामद कर उसके परिजनों को सौंप दिया।

पुलिस को 24 अगस्त को तड़के 4.34 बजे कोतवाली के छत्ता रेल फुटपाथ पर रहने वाले दंपती के एक माह के बेटे के अगवा होने की शिकायत मिली। हाथ पैर से लाचार महिला अपने पति दीपक और बच्चे के साथ फुटपाथ पर रहती थी। उसका पति कूड़ा बीनने का काम करता है। महिला ने पुलिस को बताया कि रात तीन बजे नींद खुलने पर उसने अपने बच्चे को गायब पाया। शिकायत पर पुलिस ने तुरंत अपहरण का मामला दर्ज कर लिया। थाना प्रभारी जतन सिंह के नेतृत्व में पुलिस टीम ने जांच शुरू की। छत्ता रेल के आस पास सीसीटीवी कैमरे नहीं लगे थे। पुलिस ने घटनास्थल के आस पास के सीसीटीवी कैमरे की जांच की। इसमें पुलिस को एक बाइक संदिग्ध हालत में घूमती हुई नजर आई।

इस पर एक महिला भी सवार थी। पुलिस ने उस बाइक के जाने की दिशा में सीसीटीवी कैमरे जांच शुरू की। रात होने की वजह से बाइक का नंबर स्पष्ट नहीं दिख रहा था। पुलिस ने लोक नायक अस्पताल तक चार सौ सीसीटीवी कैमरों को खंगाला। इसके जरिए पुलिस ने बाइक के कुछ नंबर लिए। फिर गायब नंबर को जोड़ कर करीब सौ बाइक मालिकों से पूछताछ की। एक बाइक के पंजीकरण नंबर के जरिए उसके मालिक की पहचान सी ब्लॉक रघुवीर नगर, टैगोर गार्डन निवासी संजय गुप्ता के रूप में हुई। उसके बाद पुलिस की टीम ने उस इलाके की घेराबंदी कर तलाशी अभियान शुरू कर दिया। घर में संजय गुप्ता अपनी पत्नी अनीता गुप्ता के साथ मौजूद था और पास ही अपहृत बच्चा भी उनके साथ था।
संजय गुप्ता ने बताया कि उसका 17 साल का बेटा था। उसकी पिछले साल अगस्त माह में छत से गिरने से मौत हो गई थी। राखी आने पर उसकी 15 साल की बेटी अपने भाई को राखी बांधने की जिद करने लगी। वह राखी बांधने के लिए एक भाई की मांग कर रही थी। अपनी बेटी की जिद को पूरा करने के लिए उन्होंने एक लड़के को अगवा करने का फैसला किया। उन्हें छत्ता रेल चौक के पास बच्चा अपनी मां से कुछ दूरी पर सोता हुआ मिला। उन्होंने उसका अपहरण कर लिया। पुलिस अधिकारी ने बताया कि संजय टेटू बनाने का काम करता है जबकि उसकी पत्नी मेहंदी लगाती है। जांच में पता चला कि संजय पर रेलवे में जहरखुरानी के एक मामले सहित चोरी के तीन मामले दर्ज हैं।

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